knn24news/ कोरबा जिले में बड़े पैमाने पर सांप की मौजूदगी है। खासतौर पर वनांचल क्षेत्र में कई विलुप्त प्रजाति के सांपों का बसेरा भी है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में जिले के व्रिभिन्न इलाकों में सांप पक़ड़ने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। निश्चित तौर पर उनके-द्वारा जो काम किया जाता है वह सराहनीय है लेकिन वहीं दूसरी ओर वन विभाग को अब सांपों की तस्करी का खतरा भी मंडराने लगा है। इसलिए वन विभाग ने साफतौर पर चेतावनी जारी की है कि सांप पकड़ने का काम करने वाले वन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराएं। आने वाले दिनों में विभाग सांप पकड़ने एक टोल फ्री नंबर जारी करेगी आम आदमी इस नंबर पर उनके घर या आसपास सांप निकलने पर फोन कर सांप पकड़ने वाले को बुला सकेगी। इसके बाद भी यदि कोई वन विभाग के बिना अनुमति सांप पकड़ता पाया गया तो उसके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएग
शहरी क्षेत्र में आए दिन किसी न किसी के घर में सांप निकलने की घटना सामने आती है और लोग सांप से बचने के लिए तत्काल सांप पकड़ने का कार्य करने वालों को बुलाते हैं जो वहां पहुंचकर सांप पकड़ते हैं वो भी निःशुल्क और फिर पकडे गए सांप को जंगल में छोड देते हैं। 2 दिन पूर्व ही रायपुर में सांप तस्करी का मामला सामने आने के बाद अब वन विभाग सतर्क हो गया है। उन्हें सांपों की तस्करी का भी खतरा सताने लगा है। इसलिए वन विभाग ने जिले में सांप पकड़ने वालों को चेतावनी जारी कर जल्द से जल्द अपना रजिस्ट्रेशन वन विभाग में कराने का निर्देश जारी किया है। यही नहीं उनके कार्य करने के तरीके की भी पूरी जानकारी मांगी है। वनमंडल अधिकारी प्रियंका पांडे ने बताया कि आने वाले बारिश के मौसम में सांप निकलने की घटना सबसे ज्यादा होती है। आम जनता को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए वन विभाग रूपरेखा तैयार कर रहा है जहां विभिन्न संगठनों द्वारा रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही की जाएगी और एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा ताकि आने वाले दिनों में उस टोल फ्री नंबर में संपर्क कर किसी के घर में सांप होने पर इसकी जानकारी दें और रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग के संपर्क में रहने वाली टीम को तत्काल रेस्क्यू के लिए भेजा जाएगा और उन सांपों को वन विभाग की निगरानी में सकुशल जंगल में छोडा जाएगा और सारी जानकारियां वन विभाग के पास रहेगी ताकि किसी तरह की कोई तस्करी की घटना ना हो।
